
देहरादून: ‘ऑपरेशन कालनेमि’ को सफल बनाते हुए, देहरादून पुलिस ने दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो अवैध रूप से भारत में घुसकर पिछले छह महीनों से शहर में रह रही थीं। इन महिलाओं को चंद्रबनी क्षेत्र में आईएसबीटी (ISBT) के पास से पकड़ा गया। पुलिस इस ऑपरेशन के तहत उन लोगों को निशाना बना रही है जो झूठे ढोंग रचकर लोगों को धोखा देते हैं।
गिरफ्तारी और जांच
गिरफ्तार की गई दोनों महिलाओं की पहचान बांग्लादेश के सिलहट की यास्मीन और चटगाँव की राशिदा बेगम के रूप में हुई है। उन्होंने स्वीकार किया कि वे पश्चिम बंगाल की सीमा से अवैध रूप से भारत में घुसी थीं। देहरादून आने से पहले वे दिल्ली में भी रह चुकी हैं। पुलिस ने उनके पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र और परिवार रजिस्टर के विवरण बरामद किए, जिससे उनकी नागरिकता की पुष्टि हुई। इस गिरफ्तारी के साथ, देहरादून पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों की कुल संख्या सात हो गई है।
ऑपरेशन कालनेमि
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अजय सिंह ने बताया कि “ऑपरेशन कालनेमि” फर्जी बाबाओं और उन लोगों के खिलाफ शुरू किया गया है जो लोगों की धार्मिक भावनाओं का फायदा उठाकर उन्हें ठगते हैं। एसएसपी के निर्देश पर, सभी पुलिस थानों को अपने-अपने क्षेत्रों में गहन जांच करने के निर्देश दिए गए थे। पटेल नगर कोतवाली, एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई), और एसओजी (विशेष अभियान समूह) की एक संयुक्त टीम ने पूजा विहार चंद्रबनी क्षेत्र में एक जांच अभियान के दौरान इन दो महिलाओं को गिरफ्तार किया।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब दोनों महिलाओं को नियमानुसार बांग्लादेश वापस भेजने की कानूनी प्रक्रिया पूरी कर रही है। यह सफल ऑपरेशन शहर में सुरक्षा बनाए रखने और अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए देहरादून पुलिस के प्रयासों को उजागर करता है।