
गौचर, चमोली: प्रधानमंत्री भारत सरकार के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के संभावित हवाई सर्वेक्षण को देखते हुए, गौचर हवाई पट्टी को एक महत्वपूर्ण कंटीजेंसी हेलीपैड के रूप में चिन्हित किया गया है। इसी के मद्देनजर, आज गौचर हवाई पट्टी पर सुरक्षा व्यवस्था का सघन निरीक्षण किया गया और पुलिस बल को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए।
पुलिस उपाधीक्षक कर्णप्रयाग अमित सैनी और पुलिस उपाधीक्षक चमोली मदन सिंह बिष्ट ने संयुक्त रूप से हवाई पट्टी का दौरा किया और संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान, वहां नियुक्त पुलिस बल को सुरक्षा को और अधिक सतर्क, प्रभावी और समन्वित बनाने हेतु आवश्यक ब्रीफिंग दी गई।
मुख्य निर्देश एवं व्यवस्थाएँ:
- सघन चेकिंग: हवाई पट्टी और उसके आसपास के क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता लगाने के लिए बॉम्ब डिस्पोज़ल स्क्वॉड (BDS) और डॉग स्क्वॉड की मदद से गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
- समय पर उपस्थिति: सभी अधिकारियों और जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्धारित समय से पहले अपने ड्यूटी स्थल पर पहुँचकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन सुनिश्चित करें।
- संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी: ड्यूटी स्थल के आसपास किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति पर पैनी नज़र रखने और तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।
- आपसी समन्वय और संचार: सुरक्षा प्रबंधन में शामिल सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आपस में बेहतर समन्वय बनाए रखने और संचार व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
- आकस्मिक योजना: किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक आकस्मिक योजना (contingency plan) को भी सक्रिय रखने पर विशेष बल दिया गया।
उच्चाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री महोदय के आगमन के दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका प्राथमिक उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था को सुरक्षित, संवेदनशील और चाक-चौबंद बनाए रखना है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। गौचर हवाई पट्टी पर पूरी तरह से मुस्तैदी बरती जा रही है।