
उत्तरकाशी/नौगांव: पुरोला विधानसभा क्षेत्र की नगर पंचायत नौगांव में हाल ही में बादल फटने से हुई भारी तबाही के बाद, प्रभावित लोगों का गुस्सा सरकार और प्रशासन के खिलाफ फूट पड़ा है। मंगलवार को नौगांव चौराहे पर सैकड़ों लोगों ने सरकार और स्थानीय विधायक दुर्गेश्वर लाल पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन और एक दिवसीय धरना दिया।
आपदा पीड़ितों को नजरअंदाज करने का आरोप
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नौगांव में आई भीषण आपदा ने सैकड़ों परिवारों को प्रभावित किया है, लेकिन सरकार और प्रशासन ने आपदा पीड़ितों की मदद करने में अनदेखी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने नुकसान का सही आंकलन नहीं किया है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने मांग की कि सरकार प्रभावितों को तत्काल मदद दे और उनके नुकसान का सही मूल्यांकन करे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा।
सबसे ज्यादा प्रभावित हुए ये इलाके
इस दैवीय आपदा से नौगांव नगर पंचायत के वार्ड 6, 7 और 4 सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन क्षेत्रों में कई आवासीय मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं और लोगों की जमीन को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, बिंगसी मटेली, देवलसारी, धारी और फल पट्टी सेवरी में भी भारी भू-धंसाव हुआ है, जिससे सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं। ग्रामीणों ने सरकार से प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
कांग्रेस ने भी दिया समर्थन
प्रदर्शन में शामिल प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विजयपाल सिंह रावत, पूर्व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रामप्रसाद सेमवाल, पूर्व कनिष्ठ उपप्रमुख श्याम सिंह राणा, वासुदेव डिमरी और कुलदीप चौहान जैसे नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह के भीतर कोई उच्चाधिकारी यहां आकर लोगों की समस्याएं नहीं सुनता है, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। प्रदर्शन में विजय पाल रावत, कुलदीप चौहान, रामप्रसाद सेमवाल, श्याम सिंह राणा, दिवान सिंह असवाल, अमर सिंह, जगेन्द्र रावत, अनोज रावत, सुनील, बुद्दी सिंह, अंकित रावत, सूरज, सचिन कुमार और अनौज नौटियाल सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।