
देहरादून, उत्तराखंड – सोशल मीडिया पर वायरल हुई टिहरी के एक युवक की पुलिस द्वारा कथित तौर पर पिटाई और अमानवीय व्यवहार की घटना की जांच शुरू हो गई है। गढ़वाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राजीव स्वरूप ने इस मामले की जांच सीओ पौड़ी को सौंपी है।
आईजी ने दिए निष्पक्ष जांच के आदेश
शुक्रवार को यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से फैला, जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आईजी गढ़वाल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए टिहरी के एसएसपी आयुष अग्रवाल को भी इस मामले की पूरी जांच करने के निर्देश दिए। आईजी राजीव स्वरूप ने कहा, “घटना की वास्तविकता और निष्पक्ष जांच के निर्देश जारी किए गए हैं। यदि कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
क्या है पूरा मामला?
टिहरी के लंबगांव निवासी केशव थलवाल ने टिहरी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। केशव के अनुसार, वह सोशल मीडिया पर पुलिस की नाकामियों को उजागर करते थे, जिससे नाराज होकर लंबगांव के थानाध्यक्ष और दो एसआई 9 मई 2025 की शाम को उन्हें एसएसपी के बुलावे का बहाना बनाकर एक कार में ले गए। केशव का आरोप है कि उन्हें कोटी कॉलोनी चौकी ले जाया गया, जहाँ उनकी बेरहमी से पिटाई की गई।
केशव ने बताया कि पिटाई के बाद उन्हें जाख तिराहे पर ले जाकर एक चाकू थमा दिया गया। इस घटना के बाद, उन्हें चार महीने जेल में रहना पड़ा और वे कुछ ही दिन पहले रिहा हुए हैं।
यह मामला अब सीओ पौड़ी की जांच के दायरे में है, जिससे उम्मीद है कि सच जल्द ही सामने आएगा।