चमोली। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर में शुक्रवार को एससी, एसटी कोचिंग सेल द्वारा एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एमपी नगवाल ने किया।
प्राचार्य प्रो. नगवाल ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में भारतीय संविधान से जुड़े प्रश्नों की संख्या अधिक होती है, इसलिए प्रत्येक परीक्षार्थी को संविधान का गंभीर अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने संविधान के महत्व पर जोर देते हुए इसे लोकतंत्र की आत्मा करार दिया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, संविधान विशेषज्ञ डॉ. मनीष मिश्रा ने अपने व्याख्यान में कहा कि भारतीय संविधान दुनिया के प्रमुख संविधानों में विशिष्ट स्थान रखता है। उन्होंने कहा, “भारतीय संविधान लोकतंत्र की आत्मा है क्योंकि यह प्रत्येक नागरिक को सम्मान, स्वाभिमान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के समान अवसर प्रदान करता है।” उन्होंने संविधान के मूलभूत अधिकारों और कर्तव्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. पीएल शाह ने जानकारी दी कि पिछले पांच वर्षों में एससी, एसटी कोचिंग सेंटर से शिक्षा प्राप्त कर कई छात्र सरकारी नौकरियों में चयनित हुए हैं। उन्होंने छात्रों को इस कोचिंग का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की।
इस अवसर पर डॉ. चंद्रेश जोगेला, डॉ. घनश्याम सिंह, डॉ. बीपी देवली, डॉ. हर्षी खंडूरी, डॉ. रूपेश कुमार, डॉ. राकेश मिश्र, डॉ. राजेंद्र बिष्ट, डॉ. अभय कुमार, डॉ. हिमांशु बहुगुणा और डॉ. दिनेश पंवार सहित कई प्राध्यापक उपस्थित रहे।
यह व्याख्यान माला संविधान के महत्व और लोकतंत्र में इसकी भूमिका को समझाने का एक सार्थक प्रयास रहा, जिसमें छात्रों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।