
चमोली, उत्तराखंड: धार्मिक स्थलों की पवित्रता और गरिमा को बनाए रखने के उद्देश्य से चमोली पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर श्री बद्रीनाथ धाम से संबंधित एक वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया है, जिसमें धार्मिक स्थल की मर्यादा को ठेस पहुँचाने का प्रयास किया गया था। ऐसी घटनाओं को श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत करने वाला और धाम की पवित्रता पर विपरीत प्रभाव डालने वाला माना जा रहा है।
इसी क्रम में, आज थानाध्यक्ष श्री बद्रीनाथ नवनीत भंडारी ने मंदिर परिसर में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों, स्थानीय दुकानदारों, फोटोग्राफरों, माला व प्रसाद विक्रेताओं सहित अन्य सहयोगियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य श्री बद्रीनाथ धाम की गरिमा को अक्षुण्ण बनाए रखना और किसी भी प्रकार की नकारात्मक या अनुचित गतिविधियों की रोकथाम सुनिश्चित करना रहा।
बैठक के मुख्य बिंदु:
- पुलिस ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि धाम परिसर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक गतिविधि या आपत्तिजनक स्थिति उत्पन्न होती है, तो उसकी सूचना तत्काल वहाँ मौजूद पुलिसकर्मी अथवा सीधे थाने को दी जाए।
- सभी स्थानीय व्यापारियों और सहयोगियों से अनुरोध किया गया कि वे सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करें और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले किसी भी कंटेंट को बनाने या प्रसारित करने से बचें।
- यह भी दोहराया गया कि धाम की गरिमा को बनाए रखने में सभी का सामूहिक उत्तरदायित्व है। बद्रीनाथ धाम केवल एक पर्यटक स्थल नहीं, बल्कि एक गहरी आस्था का केंद्र है, और उसे सहेजकर रखना हम सबका कर्तव्य है।
चमोली पुलिस ने सभी से सहयोग की अपेक्षा करते हुए अपील की है कि वे श्रद्धा के इस केंद्र को नकारात्मकता से बचाएं और इसकी मर्यादा को बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाएं। पुलिस प्रशासन धाम की पवित्रता सुनिश्चित करने और श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है।