
देहरादून: साल 2025 का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण आज, 7 सितंबर को लगने वाला है। यह एक पूर्ण चंद्रग्रहण है, और इसका संयोग पितृपक्ष की शुरुआत के साथ हो रहा है। ग्रहण के कारण उत्तराखंड के चारों धामों सहित कई प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं।
सूतक काल और ग्रहण का समय
भारतीय समयानुसार, चंद्रग्रहण आज रात 09:58 बजे शुरू होगा और देर रात 01:26 बजे समाप्त होगा। सबसे स्पष्ट और पूर्ण चंद्रग्रहण रात 11:42 बजे दिखाई देगा। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है।
चारों धाम के कपाट बंद
सूतक काल को देखते हुए, उत्तराखंड के चारों धाम- बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री– के कपाट दोपहर 12:58 बजे बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान सांयकालीन आरती भी नहीं होगी। बदरीनाथ के धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने बताया कि बदरीनाथ, केदारनाथ के साथ ही नृसिंह मंदिर, योग बदरी और भविष्य बदरी जैसे सभी मंदिर ग्रहणकाल तक बंद रहेंगे। इसी तरह, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम सहित काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट भी सोमवार सुबह तक बंद रहेंगे।
मंदिरों में धार्मिक गतिविधियाँ स्थगित
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश चंद्र गौड़ ने बताया कि पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, विश्वनाथ मंदिर, त्रियुगीनारायण और कालीमठ सहित अन्य सभी मंदिर भी ग्रहण के प्रभाव के कारण बंद रहेंगे। सोमवार को ग्रहण समाप्त होने के बाद, गर्भगृह की साफ-सफाई और अन्य धार्मिक परंपराओं को पूरा करने के बाद ही पूजा-अर्चना और दर्शन दोबारा शुरू होंगे।
हरिद्वार में दोपहर में हुई गंगा आरती
आम तौर पर शाम को होने वाली हरिद्वार की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती भी चंद्रग्रहण के चलते आज दोपहर में ही कर दी गई। हरकी पैड़ी पर हजारों श्रद्धालुओं ने दोपहर में ही गंगा आरती में हिस्सा लिया। इसके बाद सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए, और अब अगली आरती सोमवार को होगी।