
देहरादून। उत्तराखंड के लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन देहरादून में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों का जायजा लिया और अधिकारियों को मरम्मत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि जनजीवन जल्द से जल्द सामान्य हो सके।
प्रमुख क्षेत्रों का निरीक्षण
अपने दौरे के दौरान, मंत्री सतपाल महाराज ने कई महत्वपूर्ण स्थानों का निरीक्षण किया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 07, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी और झाझरा सेतु के पास क्षतिग्रस्त क्षेत्रों को देखा। इसके साथ ही, उन्होंने किमाड़ी-मसूरी रोड पर स्थित गजियावाला में सिंचाई विभाग की क्षतिग्रस्त नहर का भी मुआयना किया। उन्होंने अधिकारियों को युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य करने के निर्देश दिए।
टपकेश्वर मंदिर के लिए फोल्डिंग ब्रिज का सुझाव
मंत्री ने टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास हुई क्षति का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नवरात्र से पहले तमसा नदी के दोनों किनारों पर स्थित मंदिरों के बीच आवागमन के लिए एक फोल्डिंग ब्रिज लगाने की संभावना पर विचार किया जाए। इस पुल से श्रद्धालुओं को आवाजाही में सुविधा होगी।
कई पुलों पर यातायात बहाल
सतपाल महाराज ने बताया कि आपदा में कुल 8 सेतु क्षतिग्रस्त हुए थे, जिनमें से 5 को स्थायी रूप से ठीक करके यातायात के लिए खोल दिया गया है। इसके अलावा, देहरादून-मसूरी मोटर मार्ग पर शिव मंदिर के पास क्षतिग्रस्त पुल पर बैली ब्रिज बनाकर आवाजाही बहाल कर दी गई है। इस निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता राजेश कुमार शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ मौजूद थे।