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जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर में डीएलएड प्रशिक्षुओं का पांच दिवसीय जूडो कराटे प्रशिक्षण संपन्न

चमोली: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर में डीएलएड द्वितीय सेमेस्टर के 40 प्रशिक्षुओं के लिए आयोजित पांच दिवसीय जूडो कराटे आत्मरक्षा कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन हुआ। इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षुओं को जूडो कराटे का इतिहास, विभिन्न बेल्ट, जापानी गिनती, बेसिक फॉर्म और पंच के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के अंतिम सत्र में प्रशिक्षुओं ने जो सीखा था, उसका प्रदर्शन भी किया।

मास्टर प्रशिक्षक शशि भूषण त्रिपाठी ने बताया कि इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में प्रशिक्षुओं को जूडो कराटे का इतिहास बताया गया। जिसमें सन 1644 ईस्वी में जापान में इसके उद्धव के बाद भारत में इसके आगमन और इसके अंतर्गत विभिन्न बेल्ट धारकों के विषय में बताया गया, जापानी गिनती, बेसिक फॉर्म और पंच के बारे में प्रैक्टिकल तौर पर समझाया गया।

कार्यक्रम के समन्वयक योगेंद्र सिंह बर्त्वाल ने कहा कि आत्मरक्षा कौशल सभी के लिए आवश्यक हैं, खासकर लड़कियों के लिए। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों से लड़ने के लिए आत्मरक्षा कौशल का होना बहुत जरूरी है।

प्रशिक्षण के समापन समारोह में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण हमारे लिए बहुत आवश्यक हैं। उन्होंने प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं दोनों की सराहना की।

इस पांच दिवसीय आत्मरक्षा कौशल विकास प्रशिक्षण को सफल बनाने में डॉक्टर गजपाल राज, गोपाल प्रसाद कपरूवाण, रविंद्र सिंह बर्त्वाल, वीरेंद्र सिंह कठैत, राजेंद्र प्रसाद मैखुरी और बच्चन जितेला का विशेष योगदान रहा।

मुख्य बिंदु:

  • जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर में डीएलएड प्रशिक्षुओं का पांच दिवसीय जूडो कराटे प्रशिक्षण संपन्न
  • प्रशिक्षुओं को जूडो कराटे का इतिहास, विभिन्न बेल्ट, जापानी गिनती, बेसिक फॉर्म और पंच के बारे में सिखाया गया
  • आत्मरक्षा कौशल सभी के लिए आवश्यक हैं, खासकर लड़कियों के लिए
  • प्राचार्य आकाश सारस्वत ने प्रशिक्षण का महत्व बताया

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