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Badrinath highway: पर्थाडीप में पांचवें दिन खुला हाईवे, वाहनों की आवाजाही शुरू

पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही मची हुई थी। सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। विशेष रूप से, बद्रीनाथ हाईवे नंदप्रयाग के पास पिछले पांच दिनों से बंद था, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी मुश्किलें झेलनी पड़ रही थीं।

खुशखबरी यह है कि अब बद्रीनाथ हाईवे को छोटे और बड़े वाहनों के लिए खोल दिया गया है। यह स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। हालांकि, राज्य के अन्य हिस्सों में अभी भी कई सड़कें बंद हैं और मरम्मत का काम जारी है।

बारिश के कारण हुई तबाही

राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, उत्तराखंड में करीब 150 सड़कें बंद चल रही हैं। इनमें पीडब्ल्यूडी, पीएमजेएसवाई और ग्रामीण विकास विभाग की सड़कें शामिल हैं। पीडब्ल्यूडी की लगभग 48 सड़कें बंद हैं, जिनमें 4 राज्य राजमार्ग, 4 महत्वपूर्ण जिला सड़कें, 2 अन्य जिला सड़कें और 38 ग्राम सड़कें शामिल हैं। चमोली जिले में विभिन्न स्थानों पर 38 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं।

नंदप्रयाग में यातायात जाम

बद्रीनाथ हाईवे बंद होने के कारण नंदप्रयाग में वाहनों का लंबा जाम लग गया था। छोटे वाहनों को नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियाल ग्रामीण सड़क से गुजारा जा रहा था, जो एक सिंगल लेन सड़क है। इस कारण दोनों ओर से वाहन जाम लग रहा था। अब हाईवे खुलने से इस समस्या से कुछ हद तक निजात मिली है।

सेना को भी हुई परेशानी

नंदप्रयाग के पास राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण, सुरक्षा बलों को सीमा पर आपूर्ति भेजने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब हाईवे खुलने से इस समस्या का भी समाधान हो गया है।

अन्य प्रभाव

सड़कें बंद होने के कारण पर्वतीय क्षेत्र में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। लोगों को खाने-पीने की मूलभूत वस्तुएं मिलने में काफी मुश्किल हो रही थी और व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ था।

निष्कर्ष

उत्तराखंड में भारी बारिश से हुई तबाही ने राज्य के लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। हालांकि, प्रशासन और स्थानीय लोगों के प्रयासों से स्थिति में सुधार हो रहा है। बद्रीनाथ हाईवे के खुलने से लोगों को बड़ी राहत मिली है।

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