अल्मोड़ा जिला अस्पताल में लिफ्ट खराब, मरीजों को हो रही परेशानी
अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जिला अस्पताल में पिछले छह दिनों से लिफ्ट खराब होने के कारण मरीजों, खासकर गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल की चौथी मंजिल पर स्थित ओपीडी और अन्य विभागों तक पहुंचने के लिए मरीजों को सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति और बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है।
शनिवार से अस्पताल की लिफ्ट खराब होने के बाद से यह समस्या लगातार बनी हुई है। पीएमएस डॉ. एचसी गड़कोटी ने बताया कि लिफ्ट में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण इसे बंद करना पड़ा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि लिफ्ट को जल्द से जल्द ठीक करवा लिया जाएगा।
डॉ. गड़कोटी ने बताया कि लिफ्ट को ठीक करने के लिए बरेली से एक तकनीशियन को बुलाया गया है, लेकिन वह अभी तक नहीं पहुंच पाया है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा तकनीशियन को रिमाइंडर भेजा गया है और उम्मीद है कि वह जल्द ही अल्मोड़ा पहुंचकर लिफ्ट को ठीक कर देगा।
मरीजों की समस्याएं
लिफ्ट खराब होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और गंभीर बीमार मरीजों को सीढ़ियों से ऊपर नीचे जाने में काफी परेशानी हो रही है। कई बार तो परिजनों को मरीजों को गोद में लेकर सीढ़ियां चढ़नी पड़ रही हैं।
- गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं के लिए सीढ़ियां चढ़ना बेहद मुश्किल होता है। इससे उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है और प्रसव में जटिलताएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
- बुजुर्ग: बुजुर्गों के लिए भी सीढ़ियां चढ़ना काफी कठिन होता है। हृदय रोग और सांस लेने में तकलीफ जैसे रोगों से पीड़ित बुजुर्गों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है।
- गंभीर बीमार मरीज: गंभीर बीमार मरीजों को स्ट्रेचर पर रखकर सीढ़ियों से ऊपर ले जाना काफी मुश्किल होता है। इससे मरीज की स्थिति और बिगड़ सकती है।
अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी
अस्पताल प्रशासन का यह दायित्व है कि वह मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराए। लिफ्ट खराब होने से मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन को इस समस्या का शीघ्र समाधान निकालना चाहिए। अस्थायी तौर पर मरीजों को ऊपर ले जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए।
अन्य सुझाव
- अस्पताल प्रशासन को नियमित रूप से लिफ्ट का रखरखाव करवाना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याएं न आए।
- अस्पताल में एक आपातकालीन योजना बनाई जानी चाहिए ताकि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
- अस्पताल में अधिक से अधिक लिफ्ट लगाई जानी चाहिए ताकि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
यह मामला एक बार फिर हमें यह याद दिलाता है कि हमारे सरकारी अस्पतालों में अभी भी कई तरह की समस्याएं मौजूद हैं। इन समस्याओं का समाधान निकालने के लिए सरकार और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा।
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