चारधाम यात्रा की रफ्तार धीमी हुई, केदारनाथ की बाढ़ बनी रोड़ा
ऋषिकेश- चारधाम यात्रा में वर्ष 2023 की तुलना में इस वर्ष तीर्थयात्रियों की संख्या में करीब साढ़े चार लाख की गिरावट आई है। इसका कारण केदारनाथ धाम में हुई मूसलाधार बारिश के कारण हुई तबाही है। केदारनाथ का रास्ता बंद होने से तीर्थयात्रियों की संख्या लगातार कम हो रही है। यात्रा प्रशासन को उम्मीद है कि सितंबर माह से यात्रा गति पकड़ेगी।
चारधाम यात्रा की रफ्तार धीमी हुई, केदारनाथ की बाढ़ बनी रोड़ा
ऋषिकेश से चारधाम की यात्रा इस साल पिछले साल की तुलना में काफी धीमी रही है। इसकी मुख्य वजह है केदारनाथ धाम में आई भारी बारिश और बाढ़ के कारण पैदा हुई मुश्किलें।
केदारनाथ का रास्ता बंद होने से तीर्थयात्री अब वहां पैदल ही जा सकते हैं, जिससे कई लोग यात्रा करने से हिचकिचा रहे हैं। सोनप्रयाग से घोड़े या खच्चर की सुविधा भी नहीं मिल रही है, जिससे यात्रा और भी मुश्किल हो गई है।
यात्रा प्रशासन को उम्मीद है कि सितंबर महीने में मौसम सुधरने के साथ ही यात्रा फिर से पटरी पर आ जाएगी।
आंकड़ों पर नज़र डालें
पिछले साल अगस्त तक लगभग 37 लाख तीर्थयात्री चारधाम पहुंचे थे, जबकि इस साल यह संख्या घटकर 32 लाख रह गई है। यानी लगभग 4.5 लाख कम लोग इस साल चारधाम की यात्रा कर पाए हैं।
तीर्थयात्रियों की क्या है राय?
कई तीर्थयात्री बता रहे हैं कि वे केदारनाथ की यात्रा करना चाहते थे, लेकिन पैदल मार्ग के कारण उन्हें यात्रा रद्द करनी पड़ी। उन्हें डर है कि कहीं उन्हें बीच रास्ते में कोई समस्या न हो जाए।
यात्रा प्रशासन क्या कर रहा है?
यात्रा प्रशासन लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए है और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही केदारनाथ का रास्ता खुल जाएगा और यात्रा फिर से सामान्य हो जाएगी।
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